हड़पसर पढ़ने से विचार गहरे होते हैं। शब्दों और अनुभवों का दायरा बढ़ जाता है। पढ़ने से व्यक्ति का व्यक्तित्व बनता है। एक सफल व्यक्ति की सफलता में पढ़ना अहम भूमिका निभाता है। विद्यार्थियों को भी यथासंभव पढ़-लिखकर समृद्ध बनना चाहिए।
पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्मदिन 15 अक्टूबर को पठन प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जाता है। हड़पसर स्थित साधना विद्यालय व आर.आर. शिंदे जूनियर कॉलेज में आयोजित पठन प्रेरणा दिवस कार्यक्रम में वे बोल रहे थे।
सबसे पहले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की प्रतिमा और ग्रंथदिंडी का पूजन किया गया। मालवाड़ी क्षेत्र से ग्रंथदिंडी निकाली गई। समाज में पढ़ने के महत्व और लाभों के बारे में प्रबोधन किया गया।
शिवम मुंडे, वेदांत ढूमे और सुदर्शन होमराव नामक छात्रों ने अपना मनोगत व्यक्त किया। स्कूल की शिक्षिका कमल मोरमारे ने छात्रों को पढ़ने का महत्व बताया।
इस अवसर पर यहां उपमुख्याध्यापिका योजना निकम, पर्यवेक्षिका माधुरी राऊत, आजीवन सेवक अनिल मेमाणे, ग्रंथालय विभाग प्रमुख प्रदीप बागल के साथ छात्र, शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक रेखा जाधव ने किया। सूत्र-संचालन अनिल वाव्हल व आभार प्रदर्शन सविता पाषाणकर ने किया।